मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट २ ने एक 35 वर्षीय महिला को उसके मजदूर पति की हत्या की सुपारी देने के इल्ज़ाम में गिरफ्तार किया है. पति कमरुद्दीन मोहम्मद उस्मान अंसारी का शव वालीव पुलिस स्टेशन की हद्द में नायगांव की खाड़ी में बहते हुए मिला था. पुलिस ने एक दंपति को भी गिरफ्तार किया है जिसे उसने कथित तौर पर पति को मारने की सुपारी दी थी।
जांच में पता चला ही की महिला अपने पति से पीछा छुड़ाना चाहती थी. उसे अपने मज़दूर पति को मारने के लिए बिलाल उर्फ़ मुल्ला निज़ाम पठान (40) और उसकी पत्नी सोफ़िया बिलाल पठान (28) को हायर किया। आरोपी और मकतूल दोनों मुंबई के उपनगर गोरेगांव के रहने वाले हैं।
मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस की अपराध शाखा के DCP अविनाश अंबुरे ने बताया कि, “अत्यधिक सड़ी-गली लावारिस लाश हमें 27 जनवरी को नायगांव के पास खाड़ी में बहते हुए मिली थी। शव को ताबे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए मुंबई के जे जे हॉस्पिटल भेज दिया गया था। रिपोर्ट से पता चला कि व्यक्ति की गर्दन और सिर पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया गया था, जिसके बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ वालीव पुलिस स्टेशन में IPC की दफा ३०२ और २०१ के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया था।
उन्होंने कहा कि, हमने MBVV पुलिस स्टेशनों में गुमशुदगी रिपोर्ट की तलाश की मगर नहीं निकली. फिर आस पास के शहरों में पता लगाया तो हुलिए के हिसाब से बांगुरनगर में एक मिसिंग कंप्लेंट शव से मैच कर गयी. पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि दो दंपति कई दिनों से इलाके में नहीं दिख रहे है. मोबाइल सर्वेलन्स और इंटेलिजेंस इनपुट से सुपारी लेने वाली दंपति को गुजरात के वापी से पुलिस ने खोज निकाला और गिरफ्तार कर लिया।
“सख़्ती से पूछताछ की गयी तो दंपति ने पुलिस को बताया कि उन्हें मजदूर की पत्नी आसिया अंसारी ने मारने के लिए १ लाख रुपये की सुपारी दी थी। आसिया ने 20,000 रुपये एडवांस दिया था बाकि काम होने के बाद देने का वादा था। पुलिस इस बारे में अधिक जानकारी जुटा रही है,” ऐसा अंबुरे ने कहा।