गिरफ्तार अभियुक्तों से ५३ गाड़ी बरामद, जब्त वाहनों की कीमत रु. 4.75 करोड़। क्राइम ब्रांच यूनिट 1 ने अपराधियों को पहुंचाया सलाखों के पीछे।
Mira Road: मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट १ ने एक ऐसे अंतर्राजीय गिरोह (Interstate Gang) का पर्दाफाश किया है जो दूसरे राज्यों से वाहनों को चोरी कर राजस्थान में पुनः रजिस्ट्रेशन कराकर नए नंबर से उन्हें बेच देता था। पुलिस ने रुपए ४.७५ करोड़ कीमत की ५३ वाहनों को बरामद किया है। पुलिस ने महाराष्ट्र सहित दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के २२ मामलों को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस मीरा रोड से राजस्थान के बीच 3000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की है। इस केस को सुलझाने में पुलिस को तक़रीबन २ महीने लग गए।
पिछले साल २५ दिसंबर को विनायक नगर, काशीमीरा में रहने वाले ४७ वर्षीय ड्राइवर विनयकुमार हीरालाल पाल ने अपनी वाहन चोरी की शिकायत काशीमीरा पुलिस स्टेशन में IPC की धारा 379 के तहत दर्ज कराई थी। पाल ने कहा था की उसके स्वामित्व वाली एक आयशर कंपनी 1110 मॉडल टेम्पो नंबर MH04 JK 8308 उसके सोसाइटी के सामने सड़क से चोरी हो गया है।
“इसी चोरी की घटना की समानान्तर जाँच काशीमीरा पुलिस के साथ साथ क्राइम ब्रांच यूनिट १ भी कर रही थी। घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज देखने से प्राप्त जानकारी के तकनीकी विश्लेषण के अनुसार आरोपियों फारूक तैयब खान (उम्र 36 वर्ष) और मुबीन हारिस खान (उम्र 40 वर्ष), दोनों का बिजनेस ड्राइवरी, और निवासी गांव फखरूद्दीनका, तहसील तिजारा, जिला अलवर, राजस्थान को राजस्थान पुलिस की मदद से ८ जनवरी को गिरफ्तार किया गया,” मधुकर पांडेय, पुलिस आयुक्त, MBVV पुलिस ने बताया।
गिरफ़्तार आरोपियों से पुलिस को पता चला कि इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह (Interstate Gang) सक्रिय है। उसके बाद पुलिस ने 14 पुलिसकर्मियों की टीम बनाई। टीम को जांच के लिए राजस्थान, गुजरात, हरियाणा राज्यों में भेजा गया था।
3000 सीसीटीवी कैमरों की जांच
कमिश्नर पांडेय ने बताया कि, पुलिस ने मीरा रोड से लेकर राजस्थान तक तक़रीबन 3000 सीसीटीवी कैमरों को जांच के दौरान खंगाला। जांच के दौरान पुलिस को चोरी के एक ट्रक पर टोल बूथ पर टोल चुकाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फास्टैग के बारे में जानकारी मिली.
आपराधिक जाँच में गिरफ्तार अभियुक्तों ने गुजरात, राजस्थान और हरियाणा राज्यों के 12 अन्य अभियुक्तों के साथ महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि राज्यों से टेंपो/ट्रकों की चोरी करते थे। “जांच में यह भी पाया गया कि ट्रैफिक विभाग और RTO की मदद से गुजरात, राजस्थान और हरियाणा में पुनः पंजीकृत कराया गया। कुल 53 वाहनों को जब्त किया गया जिनका बाजार आंकलन तक़रीबन रु.4,50,00,000/- है. ५३ वाहनों में 48 आयशर टेंपो, 02 टाटा टेंपो, 01 अशोक लीलैंड टेंपो एवं 02 क्रेटा कार जब्त की गई है तथा महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में 22 अपराध का खुलासा हुआ है तथा जब्त ट्रकों के मूल मालिक को बुलाया गया है तथा जिनके मूल मालिक नहीं मिले हैं उनकी तलाश की जा रही है,” आयुक्त पांडेय ने कहा।