Delegation met commissioner against hate speech
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मीरा-भायंदर में ‘Hate Speech’ के खिलाफ कार्रवाई करें: आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया।

मीरा भायंदर में हिंदू जन आक्रोश मोर्चा के एक कार्यक्रम में काजल सिंघला उर्फ़ काजल हिंदुस्तानी द्वारा दिए गए नफरती भाषण से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), आम आदमी पार्टी (आप) और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सहित कई राजनीतिक दलों, नागरिकों और बुद्धिजीविओं का एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को मीरा-भायंदर वसई विरार (MBVV) के पुलिस आयुक्त से मुलाकात की और रविवार को मीरा रोड में काजल सिंघला (Kajal Shingala) उर्फ़ काजल (दीदी) हिंदुस्तानी (Kajal Hindustani) द्वारा नफरत फैलाने वाले (hate speech) भाषण के तत्वों से औगत कराया। पत्र में पुलिस आयुक्त से अभद्र भाषा के अपराधी और ‘जन आक्रोश मोर्चा’ के आयोजकों सकल हिन्दू समाज के खिलाफ कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया। इस डेलीगेशन में भाग लिया उनमें माकपा के सादिक बाशा, आप के सुखदेव बनबन्सी और शिवसेना (यूबीटी) के सैबी फर्नांडीस शामिल थे। जो पत्र आयुक्त को सौंपा गया उसपर कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), आप, माकपा, सोशल आर्गेनाईजेशन जैसे ‘हक़ है’, बुद्धिजीविओं और पत्रकारों समेत ३२ हस्ताक्षर हैं।

डेलीगेशन ने क्या कहा

हक़ है के सादिक बाशा बताते है की, “पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे जी ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की बात को धैर्यपूर्वक सुना। सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन्स का अनुपालन करते हुए, कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई और प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि शिकायत पर कानूनी सलाह ली जाएगी और पुलिस कानून के अनुसार आगे बढ़ेगी। प्रतिनिधिमंडल ने नफरत फैलाने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और मुकदमा चलाने की मांग की है।

सैबी फर्नांडीस के अनुसार वह 20 सालों से मीरा रोड के निवासी हैं पर इस तरह के नफरत भरे भाषण उन्होंने यहाँ पहले न कभी देखा और न सुना हैं, बाहर से लोग बुलाये जा रहे है एक खुशनुमा माहोल को बिगाड़ने के लिए।

सादिक बाशा ने कहा की, “मीरा-भायंदर में नफरत की जीत कभी नहीं होगी। ये शहर एक पीसफुल शहर है। और नफरत फैलाने वालों को किसीने एंटरटेन तक नहीं किया। नफरत फ़ैलाने के लिए जिस तरह के तथ्य रखे गए वह हास्यास्पद है। जैसे लोग किसी कॉमेडियन का शो एन्जॉय करते हैं वैसे ही लोग एंटरटेन हुए और अपने घर आ गए।”

सुखदेव बनबन्सी ने कहा कि ‘हमने कमिश्नर से बात की और उन्होंने हमें धैर्य से सुना. अब हम उम्मीद करते हैं कि कार्रवाई की जाएगी ताकि मीरा रोड में इस तरह के आयोजन न हो सकें।

इन लोगों के हैं हस्ताक्षर

संयुक्त ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में विनोद चंद, मर्लिन डी’सा, पूर्व नगरसेवक, कांग्रेस, अंकुश मालुसरे, निर्भय भारत, बाबू राव बलिराम शिंदे-मीरा-भायंदर विकास मंडल, प्रदीप जगम, जिद्दी मराठा, संजय पांडे, वकील, पत्रकार मुशर्रफ़ शम्सी शामिल हैं। गुलाम नबी फ़ारूक़ी, एनसीपी, सलीम अब्बास ख़ान, वंचित बहुजन आघाड़ी, फ़राज़ ख़ान, डीवाईएफ़आई, राणा यास्मीन हक़ है फाउंडेशन, मुख्तार ख़ान, जनवादी लेखक संघ, सुहेल बनर्जी, फ़िल्म निर्माता, सबूर अंसारी हक़ है फाउंडेशन, मोहम्मद ख़ान, थिएटर एक्टिविस्ट (अभिनेता/निर्देशक), मोहम्मद स्वाद, एनसीपी, शिवम सिंह, डीवाईएफआई, अजय पांडे, फिल्म समीक्षक, बिनोज भास्करन, कुन्ही कृष्णन, एमबीपीएस, सना देशमुख, पहल फाउंडेशन और अब्दुल रहमान रिजवी, राष्ट्रीय समन्वयक, कांग्रेस शामिल हुए।

मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान

रविवार को सकल हिन्दू समाज की रैली में गुजरात की काजल सिंघला ने मीरा-भायंदर में मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान किया था। उन्हें हिन्दू जनाक्रोश मोर्चा में भाषण देने के लिए महाराष्ट्र में बुलाया गया था. इस भाषण में सिंघला ने मुसलमानों के खिलाफ गाली और नफरत (Hate Speech) का सहारा लिया और चीप पब्लिसिटी पाने की कोशिश की। उसने न केवल मुस्लिम समुदाय के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान किया बल्कि अपमानजनक शब्दों जैसे नया नगर को जिहादी नगर से बुलाया। नया नगर, जो मुस्लिम बहुल इलाका है उसे ड्रग्स कैपिटल कहा। काजल हिंदुस्तानी ने मुसलमानों को सुलेमानी कीड़ा कहा। उसने कहा कि मुसलमान तीन मुख्य पहलुओं के माध्यम से हिंदुओं के खिलाफ “युद्ध छेड़ते हैं”। उन्होंने एक को लव जिहाद, दो, लैंड जिहाद और तीन धर्मांतरण बताया। लोगों के दिमाग में नफरत (Hate Speech) का बीज बोने के लिए विचित्र एक्साम्प्लेस भी दिए, जो की तथ्यहीन थे।

रविवार, 12 मार्च को – जब मीरा रोड पर रैली में मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान किया गया – रैली में मौजूद भारतीय जनता पार्टी के नेता और विधान सभा के सदस्य नितेश राणे ने मुस्लिम समुदाय के आर्थिक बहिष्कार के लिए कॉल का समर्थन किया।

बीजेपी विधायक का समर्थन

राणे के अनुसार, यदि धन का उपयोग समुदाय की समृद्धि के लिए किया जाता है, तो कोई आपत्ति नहीं करेगा। फिर भी, वे ‘लव जिहाद’ के नाम पर आतंकवाद को फाइनेंस करते हैं और हिंदुओं को नुकसान पहुंचाने के लिए और भी बहुत कुछ करते हैं। राणे ने कहा कि उनकी आर्थिक समृद्धि को बाधित करने के लिए हमें उनका आर्थिक बहिष्कार करना होगा। इस रैली में लोकल विधायिका गीता जैन, पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता और भाजपा जिलाध्यक्ष रवि व्यास के साथ साथ कई पूर्व नगरसेवक भी मौजूद थे।

फरवरी में महाराष्ट्र के कई संगठनों ने मुंबई में हिन्दू जन आक्रोश मोर्चा की रैली के दौरान नफरत फैलाने और विभाजनकारी भावनाओं को भड़काने के लिए सकल हिंदू समाज पर मौखिक हमला किया था।

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