जाँच के दौरान चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि श्मशान की गैस बाटले का इस्तेमाल घर और चाइनीज़ स्टॉलों पर किया जाता था
कंपनी के कर्मचारी दाह संस्कार के लिए दी गई गैस सिलिंडरों को उठाकर अपने घर ले जा कर खाना पकाते थे और चाइनीज़ स्टॉलों पर बाटला देते है, इस तरह के चौंकाने वाले तथ्य सामने आने के बाद जूनियर इंजीनियर प्रशांत जानकर ने मनपा आयुक्त के आदेशानुसार भायंदर थाने में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
2019 से महानगर पालिका के माध्यम से भायंदर पश्चिम के श्मशान घाट में गैस दाह संस्कार की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है। इसके लिए शेखर इलेक्ट्रिक कंपनी को ठेका दिया गया है। शेखर इलेक्ट्रिक कंपनी, नवकार गैस एजेंसी के माध्यम से एलपीजी गैस सिलेंडर लेती है और उसका उपयोग दाह संस्कार के लिए करती है। उक्त गैस सिलेंडर महानगर पालिका शेखर इलेक्ट्रिक कंपनी के कर्मचारी बबन खुले को सौंपा करती है.
इस बीच, भुगतान में बढ़ोतरी को लेकर नगर अभियंता दीपक खम्बित ने जांच के आदेश दिए थे। इसी क्रम में जब अवर अभियंता प्रशांत जानकर ने पूछताछ की तो 11 जनवरी को दोपहर तीन बजे के बीच उक्त स्थान पर कार्यरत शेखर इलेक्ट्रिक कंपनी के कर्मचारी बबन खुले, उसका पुत्र राहुल खुले व मिराज अली रंगे हाथ भरा सिलिंडर ले जाते पाए गए.
भायंदर पश्चिम में श्मशान भूमि से एक रिक्शे में दो गैस सिलेंडर ले जाते उन तीनों को देखा गया। उसके बाद अवर अभियंता प्रशांत जानकर की शिकायत पर मीरा भायंदर महानगर पालिका की ओर से तीनों के खिलाफ भायंदर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.