Mira Road: नालासोपारा लिव-इन-पार्टनर मर्डर Live-in-partner murder केस में दिन बा दिन नए नए खुलासे सामने आ रहे है। पुलिस के अनुसार, केरल की रहने वाली मेघा तोरवी Megha Torvi (४०) एक नर्स के रूप में काम करती थी और हार्दिक शाह Hardik Shah (३०) एक हीरा व्यापारी का बेटा है। दोनों एक डेटिंग साइट पर मिले थे और कुछ मुलाक़ातों के बाद प्यार में बदल गया। तुलिंज पुलिस के एक अफसर के मुताबिक, शाह ने अपने पिता के बैंक खाते से करीब 40 लाख रुपये मेघा पर खर्च कर चूका था।
तुलिंज पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि जब उसके पिता को उसके अफेयर और उस पर खर्च की गई राशि के बारे में पता चला, तो उसने उसे घर से निकाल दिया, जिसके बाद शाह और मेघा नालासोपारा में एक साथ रहने लगे। उसके बाद दोनों में झगड़े होने लगे और नौबत यहाँ तक आ गयी की हार्दिक शाह ने उसे रास्ते से हटाने के बारे में सोचने लगा। दूसरी अपडेट देते हुए पुलिस ने बताया कि, शाह को वसई की अदालत में पेश किया गया, जहाँ जज ने उसे 21 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। मर्डर की पूरी स्टोरी यहाँ पढ़े
क्या हार्दिक सरेंडर करना चाहता था?
हार्दिक शाह अपनी live-in-partner का murder करने के बाद तुलिंज पुलिस स्टेशन में सरेंडर करना चाहता था। पुलिस के अनुसार, उसने लगभग दो घंटे पुलिस स्टेशन के आसपास बिताए, लेकिन सरेंडर करने की हिम्मत नहीं जुटा सका और आखिरकार वहां से भाग गया।
“शाह तुलिंज पुलिस स्टेशन परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में लगभग दो घंटे बाद तक दिखा। लेकिन उसने पुलिस स्टेशन में प्रवेश नहीं किया और बाद में पश्चिम एक्सप्रेस ट्रेन से गुजरात होते हुए मध्य प्रदेश भाग गया,” एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया।
पुलिस स्टेशन के बहार होने के बावजूद उसने सरेंडर नहीं किया क्युकी वो दो मानसिक स्थिति में था। वो असमंजस में था की शव को ठिकाने लगाए या सरेंडर करे।