Mira Road: पूर्व विधायक मुजफ्फर हुसैन (Muzaffar Hussain) ने कहा कि मीरा भायंदर शहर की विकास योजना (Development Plan) का मसौदा तैयार करते हुए सरकार की समिति को भविष्य के बारे में सोचते हुए अगले 20 वर्षों के विकास का खाका तैयार करना चाहिए। इसी मुद्दे को लेकर कुछ महत्वपूर्ण निर्देश उन्होंने गुरुवार को महाराष्ट्र सरकार की ओर से ‘आपत्तियों और सुझावों’ पर मुख्यालय में सुनवाई के दौरान दिए.
प्रशासन द्वारा मीरा भायंदर शहर की विकास योजना (Development Plan) का प्रारूप जारी करने के बाद एमआरटीपी अधिनियम की धारा 26 के तहत नागरिकों से ‘आपत्तियां एवं सुझाव’ आमंत्रित किये गये थे, तदनुसार कांग्रेस पार्टी की ओर से मुजफ्फर हुसैन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और सुनवाई के दौरान महत्वपूर्ण सुझाव दिये। “जनसंख्या वृद्धि के ग्राफ को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क सहित एडवांस इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए नियोजन व मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रीप्लांनिंग और स्टडी बहुत जरुरी है। इससे पहले, 1997 में, जब विकास योजना तैयार की जा रही थी, तब एक नगरपालिका क्षेत्र था, जनसंख्या सीमित थी। चूंकि २००२ में महानगर पालिका बनने के बाद यह पहला डेवलपमेंट प्लान (Development Plan) है, इसलिए शहर के ओवरआल डेवलपमेंट के लिए हर चीज को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और हमें उसी के अनुसार योजना बनानी होगी,” मुज़फ्फर हुसैन (Muzaffar Hussain) ने कहा।
और क्या क्या सुझाया
वर्तमान में मीरा भायंदर शहर को एक तेजी से विकसित होता शहर माना जाता है। भविष्य में ग्राम पंचायत, नगर परिषद के समय बनी इमारतों का रेडेवेलोप्मेन्ट करते वक़्त सड़क निर्माण 12 मीटर या अधिक सड़क हो ताकि प्लान के अनुसार गगनचुम्बी टावर (Skyscrapers) बन सके और कोई दिक्कत न हो। शहर में विभिन्न स्थानों पर आंतरिक सड़कों की योजना बनाई जाए। उन्होंने मूर्धा में प्रस्तावित मेट्रो कारशेड को रद्द करके उसे गोराई में स्थानांतरित करने की मांग की। नियोजित रूट ९ मेट्रो रेल को उत्तन तक एक्सटेंड करने और मेट्रो २ए, मेट्रो ७ और मेट्रो १ की तरह रिंग रूट करके मुंबई से जोड़ने के लिए गोराई, बोरीवली तक ले जाने का सुझाव दिया।
“दहिसर टोल (Dahisar Toll) गेट के पास मेट्रो रेलवे स्टेशन का निर्माण लगभग पूरा होने वाला है, हालांकि उक्त स्टेशन सभी के लिए सुविधाजनक है, यहां की यातायात व्यवस्था एक प्रमुख मुद्दा बन गया है. इसलिए ट्रैफिक की भीड़ को ध्यान में रखते हुए भविष्य में पार्किंग स्थल के निर्माण के लिए जगह आरक्षित की जानी चाहिए। भायंदर पूर्व, पश्चिम में मेट्रो रेलवे स्टेशनों के पास पर्याप्त पार्किंग स्थान आरक्षित करने का भी हमने सुझाव दिया है, मुज़फ्फर हुसैन ने कहा।
उत्तन में प्रस्तावित बूचड़खाने (Slaughter House) के आरक्षण को रद्द करने का भी सुझाव पूर्व विधायक ने दिया है। “ट्रैफिक समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मीरा भायंदर में कम से कम ३ हेलिपैड बनाने का प्रस्ताव दिया ताकि समय पर गंभीर मरीज़ों को एयरलिफ्ट किया जा सके. शहर में पार्किंग की समस्या एक गंभीर रूप लेती जा रही है, इसलिए शहर के विभिन्न स्थानों पर पार्किंग जोन बनाने के लिए जगह आरक्षित की जाए,” ऐसा पूर्व डिप्टी मेयर हुसैन ने सुझाया।
कुछ आरक्षित जगहों को retain करें
वर्ष 1997 की अनुमोदित योजना के अनुसार पुलिस मुख्यालय एवं परेड ग्राउंड के लिए स्थान तथा उसी आरक्षित स्थान पर पुलिस थाना एवं पुलिस कालोनी के लिए स्पेस रिटेन किये जाये। पशुओं के लिए अस्पताल और मृत पशुओं को दफनाने के लिए जगह हो और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शहरी क्षेत्रों के बाहर कत्लखानों के लिए अलग से भूखंड आरक्षित किया जाए, ऐसा प्रस्ताव समिति के सामने कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष ने रखे है।
विकास योजना का अध्ययन करने के बाद, सरकारी समिति के सदस्यों ने मुजफ्फर हुसैन को परिवर्तनों, आपत्तियों, सुझावों और इसकी रूपरेखा को ठीक से प्रस्तुत करने के लिए बधाई दी। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के सभी पूर्व नगरसेवक, जिलाध्यक्ष प्रमोद सामंत समेत प्रमुख पदाधिकारी मौजूद थे.
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