गृह मंत्रालय से परमिशन रद्द करने की अपील
बाबा बागेश्वर धाम (Baba Bageshwar Dham) और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) पिछले कुछ समय से चर्चा में बने हुए हैं। वह देश भर के शहरों में सत्संग व दिव्य दर्शन के कार्यक्रम कर रहे हैं। वह भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए अभियान भी चला रहा है। इस क्रम में 18 और 19 मार्च को दो दिवसीय पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दर्शन और विभूति वितरण का कार्यक्रम मीरा भायंदर में प्रस्तावित है। इस कार्यकर्म के सिलसिले में मीरा भायंदर की विधायिका गीता भरत जैन ने प्रेस कांफ्रेंस द्वारा पत्रकारों को इस बारे में औगत कराया। लेकिन, कांग्रेस ने इस कार्यक्रम का विरोध किया है। कांग्रेस ने पत्र लिखकर राज्य के उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहा है कि सरकार को इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
विधायक गीता भरत जैन के अनुसार मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गांव गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम जो स्वयंभू हनुमानजी की दिव्यता के लिए देश विदेश में प्रसिद्ध है तथा अर्जी के माध्यम से लोगो की समस्या सुनते है समाधान करते है उनका 18 तथा 19 मार्च मीरारोड एस के स्टोन मैदान में दिव्य दर्शन समारोह का आयोजन किया गया है! इस कार्यक्रम में करीब 50 हजार से एक लाख लोगों के आने की संभावना है। यह दरबार दोनों दिन शाम 5 से 9 बजे तक चलेगा! बागेश्वर दरबार मीरारोड में इससे पूर्व भी आए थे लेकिन हंगामे के कारण दरबार नहीं लगा पाए थे। यहां दरबार पहली बार लगने जा रहा है! इस कार्यक्रम को लेकर हेमंत म्हात्रे, एडवोकेट रवि व्यास, राजन नायर, सुरेश खंडेलवाल,प्रमोद पांडे, श्याम गोस्वामी सहित अनेक कार्यकर्ता धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) महाराज का दरबार सफल बनाने में जुटे है!
नाना पटोले ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को लिखी चिट्ठी
Baba Bageshwar Dham के धीरेंद्र शास्त्री का मीरा भायंदर में होने वाले सत्संग और दिव्य दर्शन के कार्यक्रम के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि मुंबई से सटे मीरा-भायंदर इलाके में बाबा बागेश्वर धाम के कार्यक्रम की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए. धीरेंद्र शास्त्री ने जगतगुरु संत तुकाराम महाराज का अपमान करने वाला एक बयान देकर लाखों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इस वजह से वारकारी समाज इनसे नाराज़ है और वह हंगामा कर सकते हैं।
महाराष्ट्र प्रगतिशील विचारों वाला राज्य है
नाना पटोले ने अपने पत्र में लिखा है कि महाराष्ट्र प्रगतिशील विचारों वाला राज्य है। ऐसे में अंधविश्वास फैलाने वाले बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम को इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। महाराष्ट्र में नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के बाद अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून बना हुआ है और उसका पालन होना चाहिए। अगर Baba Bageshwar Dham धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम की अनुमति दी जाती है तो जनता को गुमराह कर उनकी भावनाओं और आस्था के साथ खिलवाड़ किया जाएगा. मेरा अनुरोध है कि ऐसे कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति का भी विरोध
वहीँ जब mibhatimes.com ने अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के कोफाउंडर और जादू टोना विरोधी कायदा प्रचार प्रसार अंमलबजावणी समिति के सह-अध्यक्ष श्याम मानव से बात की तो उन्होंने बताया कि, यह महाराष्ट्र सरकार की पूरी जिम्मेदारी है की वह इस तरह के कार्यक्रम को रोके और अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून में भी ये प्रावधान है की राज्य सरकार ऐसे अन्धविश्वास को रोके। कानून में है की पुलिस को भी वाजीबन अधिकार है की ऐसा करने वालों पर केस कर मुकदमा चलाये।
गीता जैन को कार्यक्रम सफल होने की उम्मीद
गीता जैन से इस बाबत सवाल पूछे जाने पर उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि, आपको क्या लगता है, गृह मंत्रालय कार्यक्रम की इजाज़त कैंसिल करेगा। फडणवीस जी ऐसा नहीं कर सकते। हम पूरी तैयारी कर चुके हैं और बाबा का दर्शन सब को प्राप्त होगा। एक्स्ट्रा पुलिस फ़ोर्स भी मंगाई गयी है। तक़रीबन २००० गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था की गयी है।
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