Muzaffar Hussain on Democracy
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लोकतंत्र खतरे में नहीं है लोकतंत्र खत्म हो चुका है: मुज़फ्फर हुसैन

यूनिफार्म सिविल कोड से मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं, बल्कि हिन्दुओं, एससी – एसटी और ओबीसी को खतरा है। मुसलमानों का नुकसान बताकर बीजेपी २०२४ के इलेक्शन में वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है और कुछ नहीं।

मीरा रोड: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व एमएलसी मुज़फ्फर हुसैन ने कहा की, बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौ साल पुरे होने पर मोदी@9 महाजनसंपर्क अभियान का पुरे देश में PR करवा रही है, और नौ साल की उपलब्धियां बताने की कोशिश कर रही है। लोग कह रहे है की लोकतंत्र (Democracy) खतरे में है लेकिन इन ९ सालों में लोकतंत्र खतरे में नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र ख़त्म हो चूका है। ‘मोदी के नौ साल देश हुआ बेहाल’ के जरिये कांग्रेस पुरे देश को बताएगी की इन नौ सालों में मोदीजी ने कहाँ से कहाँ देश को ढ़केल दिया है। नौ सालों में कहाँ ९ जगह मोदीजी फ़ैल हुए है उसपर सवाल करेंगे, ऐसा मुज़फ्फर हुसैन ने कहा।

लोकतंत्र (Democracy) में नेताओं की, अधिकारीयों की, पालिकाओं की, सरकार की जवाबदेही होती है, ज़िम्मेदारी होती है पर यहाँ कोई किसी चीज़ की ज़िम्मेदारी नहीं लेता है। उदहारण के तौर पर उड़ीसा का ट्रेन हादसा लेलो। पहले के रेलमंत्री नैतिक ज़िम्मेदारी और लोकतंत्र (Democracy) में जवाबदेही की वजह से इस्तीफा दे दिया करते थे। हर रेलवे लाइन या गाड़ी चलने पर प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखाते हुए नज़र आते हैं, रेल मंत्री को कोई जानता तक नहीं था उस दिन तक।

मणिपुर जल रहा है

मणिपुर जल रहा है, सैकड़ों की तादाद में लोग मारे जा रहे है और केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। किसीकी कोई जवाबदेही ही नहीं बनती है क्या। MP और सेंट्रल मिनिस्टर के घरों पर हमला हो रहा है, शायद आज़ादी के बाद ये पहली बार हुआ है. गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो छोटी छोटी बातों पर ट्वीट करते है, इस मुद्दे पर खामोश है। लोकतंत्र में जवाबदेही बनती है, इसी लिए कह रहा हूँ, लोकतंत्र (Democracy) ख़त्म हो चूका है, खतरे में नहीं है, ऐसा पूर्व कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा।

यूनिफार्म सिविल कोड (UCC) से मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं

UCC से हमारे हिन्दु भाइयों को नुकसान होगा, उनको संविधान ने कुछ अधिकार दिए हुए है, मुसलमानों को कोई नुकसान होने वाला नहीं है। मुसलमान तो स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी भी रजिस्टर्ड करवाता है, जो शरिया से नहीं जाते वह कोर्ट में डाइवोर्स भी फाइल करते हैं। OBC में एक दो को छोड़ कर कहीं भी न एजुकेशन में और ना ही नौकरी में मुसलमानों को कोई रिजर्वेशन है। UCC से बाकी के रिजर्वेशन खत्म करना चाहती है, मोदी गवर्नमेंट। SC, ST, OBC और दूसरे सभी आरक्षण खत्म करना चाहती है। सिर्फ मुसलामानों का नुकसान बता कर polarisation करना चाहती है। UCC के आड़ में 2024 की तैयारी चल रही है, इन्हें मालूम है, इन्होने कुछ नहीं किया तो ये सब उल्टे सीधे मुद्दे लाकर लोगों का ध्यान भटका रहे है।

2000 की नोट का मुद्दा

मुज़फ्फर हुसैन नोटबंदी को प्राइम मिनिस्टर मोदी का टोटल फेलियर बताया, उन्होंने सवाल उठाये की, नोट बंदी की लोगों को लाइन में खड़ा किया, सैकड़ों लोगों की जाने गयी। फिर २००० की नोट लाये और अब बंद कर रहे है। जब बंद ही करना था तो शुरू क्यों किया था।

अडानी के मुद्दे पर कोई जवाब नहीं

“गौतम अडानी के मुद्दे पर राहुल गाँधी जी के पार्लियामेंट में सवाल पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है मोदीजी का। किसान की आमदनी नहीं बढ़ी, मिडल क्लास की आमदनी नहीं बढ़ी तो किसकी बढ़ी. सिर्फ गौतम अडानी की ? पोर्ट, एयरपोर्ट सब अडानी को. अडानी २०१४ से पहले टॉप २०० बिज़नेसमैन की लिस्ट में नहीं आते थे वह टॉप ३ की लिस्ट तक पहुंच गए और वहीँ इंडिया का कर्ज़ जितना आज़ादी के बाद से मनमोहन सिंगजी तक नहीं लिया गया उतना कर्ज़ा इन ९ सालों में बढ़ गया है,” हुसैन ने जानकारी दी।

कांग्रेस के प्रधानमंत्री से नौ सवाल

मुज़फ्फर हुसैन ने कहा की नौ सवाल तो नौ साल के उपलक्ष्य में पूछ रहा हूँ। वैसे मोदीजी को लेकर मेरे पास ९०० सवाल है। कांग्रेस मोदी@९ के जवाब में नौ साल देश बेहाल अभियान चलाएगी और इस पोलखोल अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर जनजागरण कर रहे हैं और लोगों को समझा रहे हैं कि मोदी की गलत नीतियों से देश खतरे में है। कांग्रेस ने खुली चुनौती दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस द्वारा पूछे गए 9 सवालों का जवाब दें.

कांग्रेस के नौ सवाल

  1. देश में कालाबाजारी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद और आतंकवादी हमलों को खत्म करने के लिए तानाशाही तरीके से नोटबंदी का फैसला लिया गया, क्या भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो गया है? सैकड़ों लोगों की जान लेने वाली नोटबंदी से क्या हासिल हुआ? 2000 रुपये का नया नोट अचानक क्यों बंद कर दिया गया?
  2. विदेश से काला धन वापस लाने वाले मोदी जी का क्या हुआ? लाखों करोड़ की लागत से विदेश भागे लोगों को भारत लाने की कार्रवाई कब होगी?
  3. आम नागरिकों के बैंक खाते में 15 लाख रुपये कब जमा करोगे? जो हर साल 2 करोड़ नौकरियाँ देने वाला था उसका क्या हुआ?
  4. स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू का राष्ट्र निर्माण में बहुत बड़ा योगदान था, कांग्रेस के 70 वर्षों के शासन के दौरान कई शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल और अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक संस्थान स्थापित किए गए। रेलवे, हवाई अड्डे, बंदरगाह ट्रस्ट, सार्वजनिक उद्यम उन्होंने अपने उद्योगों को अपने दोस्तों को बेचने का पाप क्यों किया?
  5. पेट्रोल-डीजल-गैस के दाम में बढ़ोतरी कब कम होगी? अन्याय और अत्याचार को ख़त्म कर किसानों, मजदूरों, कामगारों, महिलाओं, खिलाड़ियों को कब और कब न्याय मिलेगा? इस बात पर भाजपा का राष्ट्रीय रुख और नीति क्यों उजागर नहीं हो रही है कि देश के जवान और सैनिक सुरक्षित नहीं हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उंगली उठाने वाली नीतियों के कारण देश की विभिन्न सीमाओं पर लोग मारे जा रहे हैं? कांग्रेस ने जय जवान जय किसान का नारा दिया था, हमारे राज में उन दोनों के साथ अन्याय क्यों हो रहा है?
  6. मन की बात रेडियो पर न करके जनता से सीधे संवाद करके महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, आर्थिक नीति पर कब बात करेगें? जबकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक (Secular Democracy) राष्ट्र है, यहां एक विशेष धर्म का प्रचार-प्रसार कर, धार्मिक विद्वेष पैदा कर, सामाजिक समरसता कायम नहीं कर बल्कि जातिवादी राजनीति कर माहौल खराब किया जा रहा है। मोदी जी इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट क्यों नहीं कर रहे हैं?
  7. डॉ. बाबा साहब अंबेडकर द्वारा स्वतंत्र भारत को दिया गया संविधान खतरे में है और लोकतांत्रिक (democracy) तरीके से फैसले नहीं लिए जा रहे हैं बल्कि देश को 9 साल से बहुमत के बल पर तानाशाही तरीके से चलाया जा रहा है। ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई, चुनाव आयोग जैसी स्वायत्त संस्थाओं का राजनीति के लिए इस्तेमाल कर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई विपक्षी दलों की सरकारों को क्यों गिराया या अस्थिर किया जा रहा है? अपनी पार्टी में भ्रष्ट नेताओं को संरक्षण या क्लीन चिट देकर विपक्षी नेताओं को निशाना क्यों बनाया जा रहा है?
  8. देश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं, घुसपैठ, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, पड़ोसी देशों के साथ संबंधों पर कब बात करेंगें?
  9. उद्योगपति गौतम अडानी को क्यों बचाया जा रहा है? अडानी को लेकर लोकसभा में पूछे गए सवालों का जवाब कब देंगे? क्या यह लोकतांत्रिक है कि विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए सवालों का लोकतांत्रिक (Democratic) तरीके से जवाब देने के बजाय उनके खिलाफ कार्रवाई कर उनकी आवाज को दबाया जा रहा है?

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