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पुलिस की रिक्वेस्ट पर #GetWellSoonGeetaJain कैंपेन एक दिन के लिए पोस्टपोन

Mira Road: मीरा भायंदर के नागरिकों द्वारा #GetWellSoonMLAGeetaJain कैंपेन और सिग्नेचर कैंपेन नया नगर पुलिस की रिक्वेस्ट के बाद एक दिन के लिए पोस्टपोन कर दिया गया है। लेकिन ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया पर ये कैंपेन जारी रहेगा। अब ये प्रोग्राम अपने निर्धारित तारीख रविवार १९ मार्च शाम ५ बजे के बजाये २० मार्च सोमवार को निर्धारित जगह और निर्धारित टाइम पर होगा।

आज सुबह पुलिस से मीटिंग के बाद, पुलिस कर्मियों की कमी और धीरेन्द्र शास्त्री के प्रोग्राम में लाखों की भीड़ को देखते हुए पुलिस द्वारा रिक्वेस्ट पर हम ये प्रोग्राम एक दिन के लिए मुल्तवी कर रहे हैं। हमारा मक़सद शहर का लॉ एंड आर्डर बिगाड़ना नहीं है बल्कि प्यार बांटना है, ऐसा हकहै के फाउंडर सादिक़ बाशा ने कहा।

पुलिस हमें अलटरनेट (Alternate) प्लेस को सुझाया था लेकिन वह एक समुदाय तक ही निश्चित हो जाता। हमें बताना है की मीरा भायंदर में ज्यादातर लोग एकता बनाये रखना चाहते है और नफरत की राजनीती से नफरत करते है। इसीलिए हमने एक सेक्युलर जगह का चयन किया था। पुलिस का दुःख दर्द हम भी समझते है और शहर का माहोल #HateVirus वालों की तरह नहीं बिगाड़ना चाहते इसलिए हमने एक दिन के लिए अपने प्रोग्राम को डिले कर दिया है।

#Hatevirus को खदेड़ने के लिए एक अद्वितीय नागरिक काउंटर कम्युनिकेशन नैरेटिव लॉन्च कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत उनके चुने हुए प्रतिनिधि विधायिका गीता जैन से शुरू होगी #GetWellSoonMLAGeetaJain अभियान।

क़ौमी एकता मंच द्वारा संचालित

मीरा भायंदर के युवाओं द्वारा बनाई गयी क़ौमी एकता मंच इस अनोखे #GetWellSoonMLAGeetaJain अभियान की शुरुआत करेगा। इलाके की चुनी हुई जनप्रतिनिधि गीता जैन को सैकड़ों और हजारों पोस्टकार्ड लिखे जाएंगे, जिन्होंने निर्दलीय के रूप में वोट मांगा था और अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा प्रायोजित ‘सकल हिन्दू समाज’ रैली के जरिये नफरत फैलाने वालों के साथ मिल-जुलकर काम कर रही हैं।

“गीता भरत जैन, चुनावों के बाद, भगवा खेमे में चली गईं। उनके फेसबुक पोस्ट उन्हें एक क्रॉस-सांस्कृतिक राजनीति को आत्मसात करने और मिलने को दिखाते हैं, लेकिन जब उन्होंने पिछले रविवार, 12 मार्च को एक घृणास्पद कार्यक्रम में भाग लिया, तो निवासियों को लगा कि #HateVirus से वह भी संक्रमित हो गयी है आ गया है,” ऐसा हकहै फाउंडेशन के सादिक़ बाशा ने कहा।

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